भीम बोले- तुम मुझे आचार-व्यवहार सिखाने वाले कौन होते हो? जल का प्रयोग स्नान आदि के लिए मुनियों ने भी बताया है- मैं वही कर रहा हूं.
बर्बरीक क्रोधित हो गए. उन्होंने कहा- मुनियों ने बहते जल में स्नान की बात कही है. कुंड का जल स्थिर होता है. इसमें स्नान करने से यह गंदा होता है. अपनी भूल तत्काल सुधारो.
दोनों महावीरों में अप्रिय बहस होने लगी. कोई झुकने को तैयार न था. क्रोधित हो बर्बरीक ने भीम पर एक चट्टान दे मारा. भीम बर्बरीक को ललकारते हुए कुंड से बाहर आए.
दोनों बड़े वीर थे. हर युद्ध में पारंगत, इसलिए भयंकर युद्ध शुरू हुआ. भीमसेन युवा बर्बरीक के आगे कमजोर पड़ने वगे. बर्बरीक ने भीम को उठा लिया और समुद्र में फेंकने चल पड़े.
भगवान शिव ने आकाशवाणी की- पुत्र यह महान गदाधर और तुम्हारे दादा भीम हैं. पांडव धर्मयुद्ध के लिए शक्तियां अर्जित कर रहे हैं. तुम्हारी आराध्या देवी चंडिका दर्शन को आए हैं.
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