[sc:fb]
ब्राह्मण हंस और उसके बच्चे आपके पास रखकर तीर्थ को गए. हंस आपके महल के तालाब में ही पलने लगे.

आपको एक दिन मांस खाने की तीव्र इच्छा हुई. आप उस समय अपने महल के बाग में घूम रहे थे. आपकी नजर हंसों पर पड़ गई. आपने सोचा सभी जीवों का मांस खाया है पर हंस का मांस आज तक नहीं खाया. इसका स्वाद आखिर कैसा होता होगा.

[irp posts=”6682″ name=”इन संकेतों से जानें आसपास भूत प्रेत आत्मा का वास तो नहीं”]

आप इसी विषय पर सोचते रहे और हंस का मांस खाने की इच्छा तीव्र होती चली गई. यह इच्छा अब पराकाष्ठा पर पहुंच गई और आप खुद को रोक न पाए.

आपने हंस के दो बच्चे भूनकर खा लिए. उसका स्वाद आपकी जिह्वा को लग गया. हंस के एक-एक कर सौ बच्चे हुए. आप सबको खाते चले गए.अंततः हंस का जोड़ा संतानहीन होकर दुख में मर गया.

सर्वश्रेष्ठ हिंदू ऐप्प प्रभु शरणम् को एक बार देखें जरूर.

Android ऐप्प के लिए यहां क्लिक करें


लिंक काम न करता हो तो प्लेस्टोर में सर्च करें-PRABHU SHARNAM

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here