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एक प्रसंग आता है कि रावण ने यदि देवी सीता का अपहरण विवाह के लिए किया था तो फिर उन्हें अपने महल में रखने के बजाय अशोक वाटिका में क्यों रखा?

इससे जुड़ी एक कथा प्रचलित है. आज वही कथा आपके सामने रखता हूं.

रावण के नाना राक्षसराज सुमाली के बड़े भाई थे माल्यवान. माल्यवान की एक अपूर्व सुंदरी नतिनी थी जिसका नाम कुंभनिसी था.

वह रिश्ते में रावण की बहन लगती थी और लंका में ही रहती थी. दैत्यों में कुंभनिसी के रूप की बड़ी चर्चा थी.

एक बार रावण जल में प्रवेश कर घोर तपस्या कर रहा था, कुंभकर्ण गहरी निद्रा में था और मेघनाथ यज्ञ करने में व्यस्त था.

कुंभनिसी के हरण का सही समय जानकर मधु नामक परम बलशाली दैत्य ने लंका पर चढ़ाई की. उसने लंका पर हमला किया और कुंभनिसी को उठा ले गया.

जब रावण लौटा तो उसे सारी बात पता चली. उसने मेघनाद और कुंभकर्ण के साथ एक विशाल सेना ली और मधु के साथ युद्ध करने चल पड़ा.

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