धार्मिक व प्रेरक कथाओं के लिए प्रभु शरणम् के फेसबुक पेज से जु़ड़े, लिंक-

[sc:fb]

कौआ:

शास्त्रों के अनुसार कौआ इंद्रपुत्र जयंत, यम और शनि का प्रतीक है. तंत्रशास्त्र में कौए का विशेष महत्व बताया गया है. ‘कौटा तंत्र’ में कौए से जुड़े विभिन्न प्रयोगों का वर्णन है. कौए को सुबह अन्न देने से शनि, राहु, मंगल जैसे क्रूर ग्रहों युतियों का भी शमन होता है. अर्थात ये ग्रह युति बनाकर भी यदि किसी को पीड़ा दे रहे हों तो भी शांत हो जाते हैं.

शकुनशास्त्र में कौए से जुड़ी बहुत सी बातें कही गई हैं. इसे संक्षेप में दिया जा रहा है-

पानी से भरे घड़े पर कौए का बैठा दिखाई देना बड़ा शुभ माना गया है. यह दिखे तो समझें कि कहीं से छुपा हुआ धन अचानक मिलने वाला है.

अगर किसी काम से जाते समय कोई कौआ मुंह में रोटी या मांस का टुकड़ा दबाए दिख जाए तो वह काम अवश्य पूरा होता है।

किसी स्थान पर बहुत से कौए जमा होकर शोर मचाएं, भगाने से भी न भागें तो यह उस स्थान के मालिक पर आने वाली समस्याओं का संकेत है. सावधान हो जाना चाहिए.

करीब पांच लाख लोग अपनी नित्यपूजा प्रभु शरणम् ऐप्प की सहायता से करते हैं. आप भी जुड़कर लाभ लें. सर्वश्रेष्ठ हिंदू ऐप्प प्रभु शरणम् फ्री है तो फिर क्यों चूक रहे हैं.
Android मोबाइल ऐप्प डाउनलोड करने के लिए यहां पर क्लिक करें

किसी महिला के सिर पर कौआ आकर बैठ जाए तो यह उसके पति पर आने वाली किसी समस्या का संकेत देता है.

घर से निकलते ही अचानक कोई कौआ कांव-कांव बोलता हुआ रास्ता काट दे तो जिस काम के लिए निकले हैं उसके सफल होने की सूचना है.

यदि कौआ ऊपर मुंह करके पंख फड़फड़ाए, कर्कश आवाज में लगातार बोलता रहे तो यह अशुभ संकेत है. किसी की मृत्यु की अप्रिय सूचना मिलती है.

कौआ किसी के सिर पर बीट कर दे, हड्डी या मांस का टुकड़ा गिरा दे तो यह किसी उसे किसी परेशानी का सामना जल्द ही करना पड़ सकता है.

[irp posts=”6604″ name=”तांत्रिक प्रयोग, जादू-टोना, काला जादू तो नहीं हुआ आप पर?”]

कबूतर कैसे भाग्य के बंद दरवाजे खोल सकता है. कबूतर को दाना क्यों और कहां देना चाहिए… अगले पेज पर

शेष अगले पेज पर. नीचे पेज नंबर पर क्लिक करें.

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here