बेटे की शादी के छह माह के अंदर बेटी की शादी वर्जितः
पुत्र की शादी के छह माह के भीतर पुत्री की शादी से बचना चाहिए. पुत्र के विवाह के छह माह के भीतर घर से लक्ष्मी यानी पुत्री की विदाई को ज्योतिष में अच्छा नहीं माना जाता लेकिन पुत्री की विदाई के छह माह के भीतर वधू का आगमन शुभ माना जाता है.

यदि पुत्र के विवाह के छह माह के भीतर ही पुत्री का विवाह अत्यंत आवश्यक ही हो जाए तो सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र का जप करा लेना चाहिए. इसे अशुभ प्रभावों का नाश हो जाता है.

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